नमस्कार दोस्तों आज आपका फिर से स्वागत है वी.के पैक वेल के नए ब्लॉग पर आज मैं आपको गांव में सफलतापूर्वक खेती से जुड़े 6 बिजनेस के बारे बताऊंगा हम सभी का अभी तक यही मानना रहा है कि खेती एक घाटे का सौदा है इसलिए गांव में रह रहे हैं सभी किसान पुत्र अपनी परंपरागत खेती को छोड़ शहर में नौकरियों की तलाश कर रहे है. लेकिन मैं आज आपको 6 ऐसे बिजनेस आइडिया के बारे में बताऊंगा जिसको आप शुरू करके बड़े स्तर पर पैसे कमा सकते हैं.
सोया मिल्क (Village Business Ideas in Hindi 2022)
आज किस समय बाजार में सोया मिल्क और सोया मिल्क से बने उत्पादों की बहुत डिमांड है सोया दूध और सोया पनीर सोयाबीन से तैयार किया जाता है सोया मिल्क हेल्थ के लिए काफी अच्छा और स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है . तो आइए दोस्तों जानते हैं कि इस का प्लांट चालू करने में कितना खर्च आता है और सरकार से इसके लिए क्या मदद मिलती है. तो दोस्तों आपको बता दूं कि इस प्लांट को चालू करने के लिए हमें तकरीबन ₹11 लाख तक की आवश्यकता होगी.
मुद्रा लोन स्कीम से 80% तक का लोन लिया जा सकता इसके लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से 80 फ़ीसदी तक लोन लिया जा सकता है मुद्रा लोन लेने के लिए मात्र ₹200000 का इंतजाम करना होगा अगर हम बात करें इस में प्रयोग होने वाली मशीन इसके लिए हमें ग्राइंडर और बॉयलर प्रेशर कुकर की जरूरत होगी और सोया मिल्क का प्लांट लगाने के लिए हम एनआईसी से इसकी ट्रेनिंग भी प्राप्त कर सकते हैं.
सोया मिल्क बिजनेस में काम आने वाले अगर रॉ मैटेरियल की बात करें तो हमें इसके लिए सोयाबीन के बीज चीनी नमक और सोडियम बाई कार्बोनेट और प्लास्टिक बैग पैकिंग के लिए चाहिए होंगे यह सभी रॉ मैटेरियल्स आपको मार्केट में बड़ी ही आसानी से प्राप्त हो जाएंगे. इस प्लांट को चालू करने के लिए हमें केवल 100 वर्ग मीटर की आवश्यकता होती है ₹30 लीटर के हिसाब से भी बाजार में सोया मिल्क लगभग 30 लीटर रुपए लीटर के हिसाब से बिकता है इस तरह तैयार करके अच्छी कमाई कर सकते हैं और महीने में यह कमाई लाखों रुपए तक की हो सकती है ..
नीम के तेल का उत्पादन (Village Business Ideas in Hindi 2022)
दोस्तों दूसरे नंबर पर है मिनी आयल प्लांट -आज पूरे विश्व में नीम आधारित दवाइयां और कॉस्मेटिक के अनेक प्रोडक्ट की मार्केट में डिमांड ज्यादा है नीम के बीच की खोज मार्केट में हर दिन बढ़ती जा रही है और सैकड़ों गुणों से भरपूर नीम की डिमांड हर वक्त रहती है ऐसे में अगर आप नीम का बिजनेस करते हैं तो आप लाखों का प्रॉफिट कमा सकते हैं तो चलिए दोस्तों को इस बिजनेस को शुरू करने में इस्तेमाल होने वाली मशीन के बारे में बताता हूं .
इस बिजनेस को शुरू करने में इस्तेमाल होने वाली मशीन के बारे में बताता हूं और इसके अलावा इस तरह से आए बिजनेस करके ज्यादा प्रॉफिट कमाया जा सकता है वह भी बताऊंगा नीम और निकालने के लिए लगभग ₹400000 में छोटी मशीन आती है इस मशीन की कैपेसिटी 25 किग्रा तेल निकालने की है. लगभग 1 किलो निंबोली यानी नीम के फल से 100ml तक का तेल निकाला जा सकता है.
गुड़ का व्यापार (Village Business Ideas in Hindi 2022)
भारत के प्रत्येक राज्य के जिले में चीनी साथ-साथ गुड़ की भी काफी डिमांड रहती है और आपने देखा होगा गुड हर किराने की दुकान में आसानी से पहले नजर आता है तो दोस्तों आइए जानते हैं यह बिजनेस करने के लिए रो मटेरियल क्या चाहिए और कहां से सस्ता पड़ेगा इसमें कौन सी मशीन की आवश्यकता होगी और मशीन की कीमत क्या है और कुल मिलाकर कितनी लागत आएगी.
बिजनेस को करने के लिए जरूरी रॉ मटेरियल के रूप में गन्ने का उपयोग किया जाता है हमारे देश में जाकर हिस्से में गन्ने उगाए जाते हैं आप गन्ना सीधे किसानों से प्राप्त कर सकते हैं जिससे आपको गन्ना अच्छी क्वालिटी का और सस्ता मिल सकता है और आप मार्केट में भी गन्ना हासिल कर सकते हैं गन्ने का मूल्य उसकी खरीद करने वाली जगह से प्रभावित रहती है आमतौर पर मार्केट में गन्ने की कीमत 2.55% विभिन्न राज्यों में अलग-अलग प्रकार की होती है.
गन्ना का रस पाने के लिए मशीन की काफी जरूरत पड़ती है और इसे आमतौर पर गन्ना क्रेशर मशीन कहा जाता है गन्ने से रस प्राप्त करने के लिए यदि क्रेशर की जगह कोल्हू अथवा सेमी ऑटोमेटिक मशीन को भी उपयोग में लिया जाता है करके आप अपने बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं और इस मशीन की कॉस्ट अधिकतम ₹10000 की ही पड़ती है डीजल की मदद से चलने वाली मशीन ₹20 हजार से ₹80 हजार के बीच में आ जाती है इसके लिए क्रशर मशीन की कीमत एक लाख के आसपास पड़ती है कुल मिलाकर इस बिजनेस की लागत 15 हजार से 1 लाख रूपये तक पड़ती है . शुरू करे खुद का व्यापार ०% निवेश पर
तुलसी फार्मिंग (Village Business Ideas in Hindi 2022)
करोना काल में तुलसी का बिजनेस एक दमदार बिजनेस के रूप में साबित हुआ है क्योंकि तुलसी का प्रयोग हर प्रकार की दवाई में होता है क्योंकि औषधि पौधा है आपको तुलसी की खेती के लिए केवल ₹15000 खर्च करने की आवश्यकता है फार्मिंग शुरू करने के तीन महीने बाद ही फसल तैयार की जाती है इसके बाद यह फार्मिंग शुरू करने के बाद 3 माह के भीतर ही इसकी फसल तैयार हो जाती है इसके बाद तुलसी के पौधे को काटकर सुखा खा लिया जाता है उपज के रूप में 1 एकड़ खेत में 5 से 6 क्विंटल सूखी पत्तियां प्राप्त होती हैं सरकार इस समय देश भर में औषधियों की खेती को बढ़ाने पर जोर दे रही है खेती करने के लिए अलग से तुलसी के ६०० ग्राम बीज डालकर पौधे तैयार किए जाते हैं . करीब 15 से 20 दिनों में तुलसी के पौधे तैयार हो जाते हैं तुलसी के पौधे तैयार करने का सही समय अप्रैल माह का पहला सप्ताह होता है पौधे तैयार होने के बाद नर्सरी से निकालकर लाइन में रोक दिए जाते हैं तुलसी के पौधों की दूरी 12 से 15 इंच तक होनी चाहिए तुलसी के पौधों को बढ़ाने के लिए खाद के रूप में गोबर से बनी ही खाद का प्रयोग करना चाहिए औषधि कंपनियां तुलसी की पत्तियों को ₹7000 प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदी करती हैं तुलसी उत्पादन करने का संपूर्ण ₹5000 तक आता है . 1 एकड़ में तकरीबन ₹36 हजार का फायदा एक फसल के दौरान होता है .
कृषि उत्पादों की डीलरशिप (Village Business Ideas in Hindi 2022)
जैसा कि हम जानते हैं खेती के दौरान हमें कई प्रकार के कृषि उत्पादों की आवश्यकता होती है . जैसा कि हम जानते हैं खेती के दौरान हमें कई प्रकार के कृषि उत्पादों की आवश्यकता होती है यदि हम अपने क्षेत्र में कृषि उत्पादों जैसे तिरपाल सिंचाई पाइप वर्मी बेड पोंड लाइनर की डीलरशिप लेकर हम अधिक मुनाफा कमा सकते हैं .डीलर शिप के लिए आवेदन करे
वर्मी कंपोस्ट का प्लांट (Village Business Ideas in Hindi 2022)
ऑर्गेनिक चीजें वस्तु की डिमांड ज्यादा है लोग फल और सब्जियां भी ऑर्गेनिक खाना पसंद करते हैं ऐसे में आप वर्मी कंपोस्ट खाद का बिजनेस करके आप एक बहुत अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं वर्मी कंपोस्ट को अच्छी गुणवत्ता में बनाने के लिए हमें वर्मी बेड की आवश्यकता होती है क्योंकि वर्मी बेड को खासतौर पर वर्मी कंपोस्ट तैयार करने के लिए ही तैयार किया जाता है क्योकि वर्मी बेड में छह एयर पैकेट पर दिए जाते हैं जिसके माध्यम से हवा का अच्छा आदान-प्रदान होने से वर्मी कंपोस्ट की गुणवत्ता बढ़ जाती है . वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए आपको अपने गांव और उनके घरों से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थ जैसे सब्जियों के छिलके फलों के छिलके एवं गोबर आदि का उपयोग करके आप एक उच्च गुणवत्ता वाली वर्मी कंपोस्ट का निर्माण कर सकते हैं . आपको बता दें कि 1 टन कचरे से आप जीरो ०.6 या 0.7 टन खाद प्राप्त कर सकते हैं और बात करें इसकी मार्केटिंग की इस खान को अपने नजदीकी गांव या शहर में वर्मी कंपोस्ट का व्यापार करने वाले लोगों को होलसेल रेट में बेच सकते है - कम खर्च में शुरू करें वर्मी कंपोस्ट का व्यापार